Saturday 10 September 2011

कुछ शेर मेरे काबिल दोस्तों के लिए


4
कितनी भी छुपाओ कमजोरी दोस्तों
आखिर पकड़ी जाती है चोरी दोस्तों
बुरे वक्त में किसी का साथ चाहते हो
मत तोडना व्यवहार की डोरी दोस्तों
5
वो कहते है की कबाड़ी है हम
शेरों सुखन में अनाडी है हम
ये तो उनको ही भ्रम है वरना
कब कहा की खिलाडी है हम
6
बाप दादाओं की कमाई हैं
जो आपने ऐश में उड़ाई है
मेहनत से कुछ कमा पहले
फिर बताना क्या महंगाई है

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